हिंदू सनातन वाहिनी एक मान्यता प्राप्त (रजिस्टर्ड) भारतीय हिंदू संगठन है जो हिंदू राष्ट्रवाद पर आधारित है। इसका घोषित उद्देश्य “हिंदू समाज को संगठित करना, समेकित करना, हिंदू धर्म की सेवा करना और उसके सिद्धांतो की रक्षा करने हेतु प्रयतनशील रहेगा । हिंदू समाज को संगठित करना, भारत के लाखों गांवों और कस्बों में विहिप को एक मजबूत, प्रभावी, स्थायी, और लगातार बढ़ते हुवे संगठन के रूप में देखा जा रहा है। दुनिया भर में हिंदू गतिविधियों में वृद्धि के साथ, एक मजबूत और आत्मविश्वासी हिंदू संगठन धीरे-धीरे आकार ले रहा है।
हिन्दू धर्म के लोगो को वेद शास्त्र और वर्ण व्यवस्था के बारे में जानकारी देना
गांव गांव गली गली धार्मिक कार्यक्रम जैसे भागवत गीता का पाठ करना
समय समय पर धार्मिक आयोजन करवाना
शहरी तथा ग्रामीण क्षेत्रों में गुरुकुल,मंदिर,निशुल्क हस्पतालो का नीरमन कराना
अखंड हिन्दुस्तान की स्थापना।
भारत की संस्कृति तथा परंपरा के आधार पर भारत में विशुद्ध हिन्दू लोक राज का निर्माण।
विभिन्न जातियों तथा उपजातियो को एक अविछिन्न समाज में संगठित करना।
एक सामाजिक व्यवस्था का निर्माण, जिसमे राष्ट्र के सब घटकों के सामान कर्तव्य तथा अधिकार होंगे।
राष्ट्र के घटकों का मनुष्य के गुणों के आधार पर विश्वास दिला कर विचार-प्रचार और पूजा को पूर्ण राष्ट्र धर्मं के अनुकूल स्वतंत्रता का प्रबंध।
हिन्दुस्तान को सैनिक, राजनितिक, भौतिक तथा आर्थिक रूप से शक्तिशाली बनाना।
सभी प्रकार की सामाजिक असमानता को दूर करना।
धन के वितरण में प्रचलित अस्वाभाविक असमानता को दूर करना।
देश का जल्द से जल्द औद्योगीकरण करना।
भारत के जिन लोगों ने हिन्दू धर्म छोड़ दिया है, उनका तथा अन्य लोगों का हिन्दू समाज में स्वागत करना।
गाय की रक्षा करना तथा गौ-वध को पूर्णत: बंद करना।
हिन्दी को राष्ट्र की भाषा तथा देवनागरी को राष्ट्र लिपि बनाना।
अन्तराष्ट्रीय शांति तथा उन्नति के लिए हिन्दुस्तान के हितों को प्राथमिकता देकर अन्य देशों से मैत्री सम्बन्ध बढ़ाना।
सादा जीवन और उच्च विचार तथा भारतीय नारीत्व के उदात्त प्राचीन आदर्शों की उन्नति करना। स्त्रियों और बच्चों की शिक्षा की व्यवस्था करना।
भारत को सामाजिक, आर्थिक एवं वैज्ञानिक दृष्टि से विश्व शांति के रूप में प्रतिस्थापित करना।